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गोपालगंजएक घंटा पहले
गोपालगंज पहुंचा देवशीला शालिग्राम
नेपाल के पोखरा से अयोध्या लाया जा रहा रहे देव शिला शलीग्राम पत्थर आज गोपालगंज जिले के डुमरिया घाट पहुंचा, जहाँ सुबह 6 बजे से श्रद्धालुओं द्वारा एक झलक पाने और स्पर्श करने के लिए बेताब थे। जैसे ही देव शिला डुमरिया पुल से गोपालगंज में प्रवेश किया वैसे ही श्रद्धालुओं द्वारा जय श्री राम के उद्घोष शुरू हुई और देव शिला का।भव्य स्वागत किया गया।
भव्य रूप से किया गया स्वागत
दरअसल अयोध्या में होने वाले श्री भगवान राम और मां जानकी की मूर्ति निर्माण के लिए पड़ोसी राष्ट्र नेपाल की काली गंडकी नदी से दो शालिग्राम शिलाएं गोपालगंज के रास्ते अयोध्या के लिए रवाना हुई जो आज डुमरिया पुल पहुंचा। इस दौरान सड़क के दोनों ओर श्रद्धालुओं का सैलाब शिलाओं की एक झलक पाने व स्पर्श करने को बेताब दिखा। इस दौरान रामशिला यात्रा का भव्य रूप से स्वागत किया गया। जहां पुष्प वर्षा, ढोल नगाड़ों की आवाज गूंज उठी। साथ ही जय श्री राम के नारों से संपूर्ण क्षेत्र गुंजायमान रहा। महिलाओं ने अपने हाथों में जल और दूध लेकर भगवान श्रीराम व माता सीता के शिला पर चढ़ाते हुए अपने परिवार व बच्चों के लिए वरदान मांगते नजर आईं।
वहीं जगह जगह इनके स्वागत को विश्व हिंदू परिषद, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, बजरंग दल सहित दर्जनों हिंदू संगठन के प्रतिनिधि व कार्यकर्ता काफी उत्साहित थे। शिलाएं करीब 6 करोड़ वर्ष पुरानी बताई जा रही है। इनमें से एक शिला का वजन 26 टन जबकि दूसरे का 14 टन है। श्याम वर्ण की ये दो विशाल शिलाएं विश्व हिंदू परिषद द्वारा अयोध्या लाई जा रही है। विभिन्न स्वरूपों में मिलने वाले श्याम वर्ण के श्रीशालिग्राम भगवान केवल नेपाल के काली गंडकी नदी या कृष्णा गंडकी नदी में ही मिलते हैं, जिसे नारायणी के नाम से भी जाना जाता है।
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